नवरात्रि का आरंभ
इस दौरान नवदुर्गा के नौ रूपों की आराधना होगी। हर दिन मां के अलग-अलग रूप को समर्पित है। नवरात्र की नौ देवियां हमारे संस्कार एवं आध्यात्मिक संस्कृति के साथ जुड़ी हुई हैं।
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इस दौरान नवदुर्गा के नौ रूपों की आराधना होगी। हर दिन मां के अलग-अलग रूप को समर्पित है। नवरात्र की नौ देवियां हमारे संस्कार एवं आध्यात्मिक संस्कृति के साथ जुड़ी हुई हैं।
- नवरात्रि के प्रथम दिवस घट स्थापना, कलश स्थापना, ध्वजारोहण, श्री दुर्गा पूजा होगी और नवदुर्गा के पहले स्वरुप मां शैलपुत्री का पूजन होगा।
- नवरात्रि के द्वितीय दिवस मां ब्रह्राचारिणी का पूजन और चंद्र दर्शन होगा।
- तृतीय दिवस देवी दुर्गा के चन्द्रघंटा रूप की पूजा होगी।
- नवरात्रि के चौथे दिवस मां कूष्मांडा की पूजा होगी।
- नवरात्रि के पंचम दिन मां स्कंदमाता की उपासना होगी।
- छठे दिन मां कात्यायनी की आराधना होगी।
- सातवें नवरात्रि की देवी मां कालरात्रि के साथ
- श्री दुर्गा अष्टमी आठवें नवरात्रि की देवी महागौरी की पूजा होगी। [[कन्या पूजन भी किया जाएगा। ]]
- नवम दिन मां के सिद्धिदात्री स्वरुप का पूजन होगा, नवरात्रे सम्पूर्ण । [[कन्या पूजन भी किया जाएगा। ]]
- दशमी के दिन नवरात्रि व्रत का पारण होगा। [[कन्या पूजन भी किया जाएगा। ]]
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