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What is SadheSati

 

What is SadheSati ?

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार साढ़े साती तब बनती है जब शनि गोचर में जन्म चन्द्र से प्रथम, द्वितीय और द्वादश भाव से गुजरता है। शनि एक राशि से गुजरने में ढ़ाई वर्ष का समय लेता है इस तरह तीन राशियों से गुजरते हुए यह साढ़े सात वर्ष का समय लेता है जो साढ़े साती कही जाती है। सामान्य अर्थ में साढ़े साती का अर्थ हुआ सात वर्ष छ: मास।

Remedies

साढ़ेसाती के अनिष्ट प्रभावों को काम करने के उपाय निम्नलिखित है -

साढ़े साती की परेशानी से बचने के लिए नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

इस ग्रह दशा से बचने के लिए काले घोड़े की नाल की अंगूठी बनाकर उसे दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में पहनना चाहिए।

शनि देव को शनिवार के दिन सरसों का तेल और तांबा भेट करना चाहिए।

किसी गरीब व्यक्ति को काले कंबल का दान करें।

शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करें और जल चढ़ाएं।

हर मंगलवार और शनिवार ऊँ रामदूताय नमः मंत्र का जप करें। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 करे।

धार्मिक आचरण बनाए रखें और किसी का अनादर न करें।

हर शनिवार को शनि के निमित्त तेल का दान करें। तेल दान करने से पहले तेल में अपना चेहरा देख लेना चाहिए। यह उपाय हर शनिवार किया जाना चाहिए।

शनि बीज मंत्र - ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः प्रतिदिन 108 बार अवश्य करें

शनि प्रकोप से मुक्ति के लिए सुंदर काण्ड का नियमित पाठ अवश्य करें।

रोटी में तेल लगाकर कुत्ते या कौए को खिलाएं।


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